Saturday, June 23, 2018

Vasiyat

मुझे कभी भी बहुत दूर तक नहीं जाना था....
गुड़गांव में थी तो दिल्ली तक...कुतुब मीनार और इंडिया गेट देखने...
भिवाड़ी थी...तो निमराना के किले तक....
नोएडा थी....तो अक्षरधाम।
चेन्नई से ऊटी भी नहीं...बस पोंडिचेरी तक।
और अब यहां अहमदाबाद से मैं उदयपुर से आगे कहाँ सोचती हूँ कुछ।
पर तुम दूर दूर.. तक जाना.....मालदीव्स, मॉरीशस, पेरिस, लंदन....सब घूमना.... मेरी अस्थियों को डुबाना मत.... साथ ले जाना....

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