Tuesday, January 11, 2022

मेथी चुनती स्त्री

तुम जब कहते हो, "अपने आप को देखो, तुम में रत्ती भर भी धैर्य नहीं है।"
तब मैं उत्तर नहीं दे पाती! 

और फिर मैं मेथी चुनती हूं!
एक-एक पत्ते को अलग करने के बाद,
उन्हें कई-कई बार धोती हूं।

डेकची-भर मेथी के पत्तों को 
अगले कुछ क्षणों में 
कटोरी-भर बनता देखती हूं।

और फिर बच्चा नाक सिंकोड़ता है कि
"उफ्फ मां, ये तो कड़वी है!"

तब मैं सोचती हूं, 
क्या तुमने मुझे कभी मेथी चुनते हुए देखा है?
क्या तुमने कभी मेथी चुनी है?