Thursday, June 25, 2020

इन्हें सब पता है।

सरकार, उद्योग और मीडिया
इन्हें सब पता है।

इन्हें पता है पुराने दुःख को 
भुलाने के लिए आपको बस एक
नया, बड़ा और बेहतर दुःख देना है।

पुराने खौफ की दवा का स्टॉक 
खत्म हो जाने पर,
एक नया खौफ बाज़ार में बेचना है।

मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए
एक खोखला, बदहाल, बेमानी
मुद्दे का झुनझुना आपके 
हाथों में पकड़ाना है।

सरकार, उद्योग और मीडिया 
इन्हें सब पता है,
कैसे खुद मूर्खता का ढोंग रचाकर
आपको मूर्ख बनाना है।

फेसबुक - अजीब शहर है ये..

फेसबुक - अजीब शहर है ये.. 
बिल्कुल आम शहरों की तरह.. 

अभी सच लिखने पर मारे गए 
पत्रकार की तस्वीर मिलती है,
और चार कदम आगे बढ़ें तो 
किसी के बर्थडे केक काटने की..

फेसबुक - अजीब शहर है ये.. 
बिल्कुल आम शहरों की तरह..

Monday, June 15, 2020

एक बार पूछकर तो देखो

एक बार पूछकर तो देखो
क्या पता वो अपने 
दिल का दर्द बता दे

एक बार फिर रुककर तो देखो
क्या पता वो खुद से अपनी
नाराजगी की वजह जता दे

'दिमाग का फितूर'
'दिल का वहम' 
'उदास रहने की आदत'
'ध्यान खींचने की चाह'
उसके माथे से ये टैग 
हटाकर तो देखो

क्या पता वो भी
खुदकुशी का ख्याल 
अपने दिल से हटा दे

- मानबी