पराँठे पसंद होते हुए भी
ब्रेकफस्ट में कॉर्नफ़्लेक्स खाता हूं
चाय की चुस्की छोड़ दी कब से
कड़वी कॉफी किसी तरह पी जाता हूँ
जेब पे भारी पड़ने वाली एक्सोटिक फ्रूट्स खाता हूं
पर सब्जीवाले से अब भी धनियां फ्री में ही लाता हूँ
भले ही दो रोटी कम खाऊं
पर बच्चो को इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ाता हूँ
खुद लटक लटक के पास हुआ पर
पर बच्चो से अंग्रेज़ी ही बुलवाता हूँ
लोग क्या कहेंगे इस डर से
माँ को बेमन से साड़ी दिलाता हूं
स्टेटस मेन्टेन करने की खातिर
बीवी को भी शॉपिंग कराता हूँ
एयरपोर्ट पे बेशक भूल जाऊं,
पर फेसबुक पे चेकइन करना कभी नही भुलाता हूँ
नोटबंदी हो चाहे जीएसटी लगे
मंथ एन्ड में उधार से ही घर चलाता हूँ
घर की ईएमआई देते देते अक्सर भगवान को प्यारा हो जाता हूँ
न गरीबी रेशा के नीचे न अमीरी के ऊपर.. मैं मिडिल क्लास कहलाता हूँ।
© मानबी कटोच
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