Friday, July 24, 2020

चिट्ठियां

तुम्हें लिखीं बाकी चिट्ठियों की तरह शायद ये वाली भी मेरी दराज़ में ही रह जाए। फिर भी ... तुम्हें लिखना ... तुम्हारे बारे में लिखना मेरी नियति है।

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