Monday, May 6, 2024

मुक्ति

... और जो करोड़ों, अरबों, खरबों लोग मर चुके हैं,
वो कहाँ हैं?
कहीं ऐसा तो नहीं कि 
एक कोठरी में बंद, 
वापस यहीं आने को छटपटा रहे हैं?

काश पार्थ बता पाता कि वह कहां है?

क्या मृत्यु ही मुक्ति है?
या मुक्ति जैसा कुछ भी नहीं?

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