Sunday, October 27, 2024

Taj Mahal

जब तक इश्क की मिसाल था,
सलामत रहा!

फिर देश की शान बना,
टिकटें रखी गईं,

पास होटल बने,
पेठे की दुकानें खुलने लगीं,

चाँदनी रातों पर extra charges,
और फोटोग्राफी के अलग पैसे!

इश्क से बिज़नेस बन गया...

और फिर 'ताज महल'
एक दिन ढह गया!!

28/10/2024
8 AM