जब पहली बार किसी ने
उसकी कविताओं को समझा होगा।
पहली बार हँसा नहीं होगा
पहली बार नहीं पूछा होगा
"इसमें छंद नहीं है?"
पहली बार कहा होगा
"कितना गहरा लिखते हो!"
"कितना अच्छा लिखते हो!"
पहली बार किताब छपवाने का
प्रस्ताव रखा होगा।
पहली बार कवि को जब
अपना पहला पाठक मिला होगा!
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