Sunday, March 16, 2025

अचार

पकवानों की महफ़िल में
अक्सर भूला दिए जाते हैं 

पर मुश्किल दिनों में यही हैं जो 
रूखी-सूखी को खाने लायक बनाते हैं 

लड़ते झगड़ते 
रूठते मनाते 
हर हाल में साथ देते 
खट्टे मीठे-तीखे
कुछ दोस्त अचार जैसे होते हैं!

अचार जीवन का सार है 
खट्टा मीठा तीखा सब है!




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