Sunday, September 15, 2024

क्या समय आने पर doctors आपके साथ खड़े होंगे?

हम doctors के साथ है। उनके साथ दुर्व्यवहार होता है, अन्याय होता है तो सबसे पहले आम आदमी, आम आदमी के खिलाफ़ खड़ा हो जाता है। सभी दूसरों को आम आदमी इसलिए कहा क्योंकि Doctors को तो हम भगवान समझते हैं न!
पर जब Doctors आम आदमी के साथ दुर्व्यवहार करता है, अन्याय करता है तो क्या दूसरे Doctors खड़े होते हैं आम आदमी के लिए?
नहीं! वे तब भी अपने साथी doctor के साथ ही खड़ा होता है... और इसलिए इतना मुश्किल है किसी भी doctor के खिलाफ़ कुछ भी कहना। 
Doctor से appointment लेकर आप 5 मिनट भी देर नहीं कर सकते। आपकी appointment cancel कर दी जाएगी। लेकिन शायद ही कोई doctor हो जो आपको wait ना कराता हो। Doctor की appointment के लिए आपको अक्सर छुट्टी लेनी पड़ सकती है क्योंकि उनकी नजरों में सिर्फ उनके समय की वैल्यू है, आपके वक़्त की तो कोई कीमत है ही नहीं। 
मुझे भी हाल ही मे कुछ ऐसी ही सलाह दी मेरी Dentist ने। 
Implant का एक पार्ट हो चुका था। दूसरा कराने के लिए मैंने 3 महीने का इंतजार किया। हफ्ते भर तक appointments दी गई और ऐन वक़्त पर cancel की गई। इनमें से सिर्फ एक appointment मैंने पूछकर cancel की थी, क्योंकि उस दिन तेज बारिश थी और मुझे scooty से जाना था। 
आखिर करीब हफ्ते भर appointments cancel कर कर के मुझे finally बुलाया गया।
मैं हमेशा 6:45 की appointment लेती क्योंकि मेरा office 6:30 बजे खत्म होता है। 
Doctor से मैंने कहा भी कि 6:30 मुश्किल होता है, पर उन्होंने diary में अपनी सहूलियत के मुताबिक 6:30 लिखा। 
6:15 बजे उनकी पहली assistant का फोन आया।  मैंने कहा मैं 6:30 नहीं आ पाऊँगी, late होगा। उन्होंने ठीक है कहकर रख दिया। 
6:20 पर दूसरे assistant का फोन आया। मैं जल्दी काम खत्म करने की कोशिश में थी पर इन calls की वजह से मुश्किल हो रही थी। 
दूसरे assistant ने वही वाक्य दोहराया कि 6:30 का appointment है।
मैंने इस बार थोड़ा चिढ़कर कहा कि आप लोग बार बार क्यों call कर रहे हैं। मैंने 5 min पहले कहा कि थोड़ी देर होगी। 6:30 पहुंचना मुश्किल है। 
साथ ही ये भी कहा कि मैं mostly वक़्त पर ही आयी हूं पर हमेशा कम से कम आधा घंटा इंतजार किया है। एक दिन 15 min late आने की बात की तो आप बार बार call कर रहे हैं। 
मैं 6:35 को घर से निकली और 10 min में clinic पहुंच गई। 
Doctor अपने बेटे को हिन्दी का होमवर्क करा रही थी। साथ ही कह रही थी कि अगर मुझे इलाज कराना है तो मुझे उनके समय पर आना होगा, अपने नहीं! अगर मुझे इलाज कराना है तो मुझे छुट्टी लेनी चाहिए और वो जब कहे तब आना चाहिए, पर आज तो वो मेरा इलाज नहीं करेंगी। वैसे Saturday मेरी छुट्टी होती है और मैंने उनसे कहा भी था कि उस दिन वो जिस भी वक़्त कहेंगे मैं पहुंच जाऊंगी। पर उन्होंने Saturday का भी appointment cancel कर दिया था। 
गौर करिए कि मैं उनकी बतायी antibiotic खाकर आयी थी जो इलाज के एक दिन पहले से शुरू होनी थी। शुक्र है उनके appointment cancellation के track record की वजह से मैं ये एक हफ्ते से नहीं खा रही थी। 
मैंने उनसे अपने दिए 63000 रुपयों का refund माँगा तो उन्होंने कहा कि उसका तो वो इलाज कर चुकी हैं तो काहे का refund?
मैंने उनसे पूछा कि फिर वो कब करेंगी मेरा इलाज तो उन्होंने कहा कि उनकी appointments full हैं। बाद  में बतायेंगी। इस पर मैंने उनसे कहा कि वह  मुझे किसी और doxtor को refer कर दे। पर उन्होंने मना कर दिया। मैंने पूछा कि क्योंकि यह अधूरा इलाज है तो क्या कोई और Doctor इसे आगे कर पाएगा? उन्होंने कहा "मुझे क्या पता, कर लीजिए जो करना है, मैं भी देखती हूँ।"
मैं तुरंत दूसरे Dentist के पास गई। उन्होंने ही बताया कि मेरी file में implant की details ही नहीं है, न ही implant के पहले और ठीक बाद का xray है, जो उन्हें cap लगाने के लिए चाहिए होंगी। अगर मैं ये सब ले आऊँ तो वो क्या कोई भी Doctor आगे का इलाज कर सकता है। 
जब मैं अपने ही शरीर में अपने ही पैसों से लगाए गए इस पुर्जे के details मांगने गईं तो उन्होंने इतना दुर्व्यवहार किया कि मैं दहल ही गई। 
मेरे हाथों से मेरी ही file छीन ली और मुझसे जबरदस्ती एक पेपर पर sign करने को कहने लगीं कि मुझे सारे details मिल चुके हैं। 
मैं उनसे सिर्फ इतना कह रही थी कि जो जो उन्होंने दिया है वो लिखे और मैं sign कर दूंगी। पर वो चिल्लाने लगी। तू तड़ाक पर उतर आयी। police बुलाने की धमकी दी। अपने assistants को मेरी medical history जोर जोर से बताकर मुझे नीचा दिखाने लगी। और अंत में कहा कि इसलिए help नहीं करनी चाहिए।  ख़ासकर इन लोगों की (मतलब जो local नहीं हैं)।
Help? पैसे लेकर वो भी अच्छे खासे पैसे लेकर Services देने को help कहते हैं? फिर तो हर कोई नौकरी या व्यवसाय करके help ही नहीं कर रहा?

बड़ी मुश्किल से उन्होंने मुझे मेरे details की photo खींचने दी। पर मेरे दिए 63000 की रसीद मांगने पर झूठ बोलती रही कि वो दे चुकी हैं और मुझे request लिखनी होगी कि मुझे दोबारा इस रसीद की duplicate copy चाहिए। 
कुछ दिन बाद जब मैंने उनका Instagram देखा तो Reels की भरमार थी। Madam के पास appointment का time नहीं था पर Reels के लिए भरपूर time था। 
मेरे जब appointments cancel हो रहे थे उसी हफ्ते के एक video में एक NRI patient बता रही थी कि कैसे इस doctor ने एक हफ्ते में उनके सारे sittings पूरे कर दिए। 
एक और video में madam doctor चिन तपाक दम दम करती नजर आयी। और एक में लोगों को comment में अपने नाम का intial लिखने पर free dental Check-up की scheme देती नजर आयी। 

शायद इस अनुभव के बाद मेरा doctors पर से भरोसा ही उठ जाता, पर Dr. Rahul जैसे doctors ये भरोसा बनाए रखते हैं। 
उन्होंने पूरा भरोसा दिलाया कि वो मेरा इलाज इतने अच्छे से करेंगे कि मुझे पता ही नहीं चलेगा कि कोई गडबड़ी थी कभी। 
उनके appointments अगर cancel भी हुए तो इस वजह से कि light नहीं थी, न कि इस वजह से कि किसी NRI का इलाज उन्हें मेरे इलाज से ज्यादा important लगा। 
कम patients लेकिन बिल्कुल appointment के लिए दिए time पर इलाज। 
मैंने उनसे भी हमेशा office के बाद के समय के appointments लिए लेकिन उन्होंने कभी इसे बदलने को नहीं कहा। 
मैं इन जैसे doctors की इज्जत करती हूँ।  पर अगर ये कहे कि ये मानवता की सेवा कर रहे हैं तो कैसे मान जाऊँ?
जब हम रोज एक ऐसे Doctor की कहानी लिख रहे होते हैं जिसने अपना सर्वस्व मानवता को समर्पित कर दिया। 
कभी Dr. Shankare Gowda, Dr. Prakash Baba Amte, Dr. Kolhe, Dr. Rani Bang ... list बहुत लंबी है.. इनके बारे में पढ़कर देखिए doctors तब आपको पता चलेगा कि help करना किसे कहते हैं। 
बहरहाल सवाल ये था कि doctors के प्रति दुर्व्यवहार होता है तो सब उनके साथ खड़े होते हैं। यहां तक कि मरीज़ भी। 
पर जब doctor मरीज़ से ऐसे दुर्व्यवहार करता है तब क्या दूसरे doctors उस मरीज़ के साथ खड़े होंगे?

Friday, September 6, 2024

मैं तुम कैसे हो सकती हूँ

मैं तुम कैसे हो सकती हूँ 
जब तुम इतनी अच्छी बातें कर लेते हो 
Charles Bukowski और निर्मल वर्मा को 
एक ही वाक्य में रच देते हो। 

मैं तुम कैसे हो सकती हूँ 

Tuesday, September 3, 2024

महँगाई

हाय हाय महँगाई 
तूने कैसी आग लगाई 

मम्मी पापा कितने प्यारे थे 
जब तू नहीं थी आई 

आते ही तूने तो 
करवा दी उनकी लड़ाई 

मम्मी ने माँगा था हार 
पर बजट में आई बस एक कढ़ाई

पापा के सब शौक मिट गए 
तूने जब स्कूल की भी फीस बढ़ाई 

मैंने एक नयी ड्रेस मांगी थी 
मम्मी ने तुरंत पुरानी वाली की कर दी सिलाई 

अब नहीं आता पिज्जा घर में 
और नहीं आती अब मिठाई 

पापा कहते हैं 
कैसे लाऊँ बेटा 
इतनी कहाँ है मेरी कमाई
जितनी बढ़ गई है महँगाई 

हाय हाय महँगाई 
तूने कैसी आग लगाई 
मम्मी पापा 
टीचर बच्चे 
सबकी को आ गई है रुलाई 
 

Friday, August 16, 2024

मैं सिर्फ अपने लिए लिखती हूँ

मैं सिर्फ अपने लिए लिखती हूँ 
क्योंकि मुझे कोई नहीं सुनता। 
मैं एक मशहूर लेखक बनना चाहती हूँ 
पर मुझे कोई नहीं पढ़ता 
क्योंकि...
मैं सिर्फ अपने लिए लिखती हूँ 
क्योंकि मुझे कोई नहीं सुनता...

गलत

एक उम्र तक हम समझते हैं कि हम हर नाइंसाफी से लड़ लेंगे। कोई ज़ुल्म नहीं सहेंगे। जो नहीं लड़ता उसे कमज़ोर समझते हैं। हमें लगता है उसे न्याय सिर्फ इसलिए नहीं मिला क्योंकि वो लड़ा ही नहीं। 
और हम लड़ने लगते हैं। 
हर नाइंसाफी के खिलाफ आवाज़ उठाते हैं। 
सोचते हैं कुचल देंगे हर गलत हो। 
कह देंगे कि नहीं, मुझे ये 'गलत' अपने जीवन में चाहिए ही नहीं, और वो 'गलत' हमारी ज़िंदगी से निकल जाएगा!

फिर एक दिन अक्ल ठिकाने आ जाती है। 
'गलत' अपने आप को गलत समझता ही नहीं। 
वो ताकतवर होता है, 'गलत' को सही साबित करने वाले उसके साथ खड़े हो जाते हैं। 
वो जोर से चीखता है "जा..... नहीं जाता, क्या कर लेगा?"
आप फिर सोचते हैं कि आप उसे हरा देंगे। आप भिड़ भी जाते हैं उससे। 

...और तभी 'गलत' को सही साबित करने वाले आपके हाथ-पांव, शरीर, दिल, दिमाग सब बाँध देते हैं। और आपके मुँह पर टेप चिपकाकर ठीक 'गलत' के पास बिठा देते हैं। 
आपको घुटन होती है। आप कुछ देर तक इंतजार करते हैं कि गलत के साथियों को उसकी सच्चाई पता चलते ही वो आपको खोल देंगे।

...और वो लौटते हैं
पर एक और रस्सी लिए.. आपको हमेशा हमेशा के लिए 'गलत' के साथ बाँध देने के लिए। 

अब आप में हिलने की भी ताकत नहीं रह जाती। 
और आप इस सच्चाई को स्वीकार कर लेते हैं कि आपको अब ज़िंदगीभर 'गलत' के साथ रहना है!

दूर से उस उम्र का व्यक्ति धुँधला सा दिखाई देने लगता है, जिस उम्र में उसे लगता है कि वो हर नाइंसाफी से लड़ लेगा। कोई ज़ुल्म नहीं सहेगा। जो नहीं लड़ता उसे कमज़ोर समझता है। उसे लगता है कि आपको न्याय सिर्फ इसलिए नहीं मिला क्योंकि आप लड़े ही नहीं। 
और वो 'गलत' से लड़ने लगता है!

Thursday, August 15, 2024

Trending Gussa

Mujhe kisi ka dukh ab mehsus nahi hota
Gussa nahi aata, protest ka mann nahi karta.
40 ki hote hote aisa kai baar hote dekha.
Humara gussa limited time edition hai.
Latest fashion ki tarah.
Aaj kuch trending hai to us par gussa... uske liye nyay ki guhaar.
Trend change.. gussa change!

Ab mujhe sirf ek baat ki fikra hai.. apni.
Main uub chuki hu is job se.
Is achcha karne ke dikhave ke mukhaute se.
Aaspaas sabke paas hai ye mukhauta.
Is mukhaute ko dekhkar koi genuine bachcha hamare dal me shamil ho jata hai.
Jaise kabhi hum huye the.
40 ka hotey hotey uska asli chehra bhi jal chuka hota hai trending ki aag me aur uske paas bhi mukhauta pehanne ke alawa koi chaara nahi hota!
Par yaha se nikalkar karungi kya?
Isliye padi rehti hu... 

Tuesday, July 23, 2024

Kyon?

Kitne log marte hai duniya me
Jo marna nahi chahte the..

Aur kitne log marna chahkar bhi
Zinda hain ab tak...