Tuesday, August 26, 2025

बाज़ार

एक बूढ़ा आदमी है जिसके पास तजुर्बा है 
एक बूढ़ी औरत, जिसके पास बरसों का शोषण 
एक जवान लड़की ने एहतियात बिछा रखा है
जवान लड़का priviledge
छोटी बच्ची ने उम्मीदें 
और छोटे बच्चे ने अभिमान 
जिसे जो मिला अब तक उसकी दुकान लगा रखी है सबने
बाजार है ये पाए हुए तोहफो का 

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