While Waiting for you
Friday, October 16, 2020
सब सहज हो जाता है
सब सहज हो जाता है।
किसी के लिए घाट से आ जाने के तुरंत बाद,
किसी के लिए शाम तक,
और किसी के लिए हफ्ते भर में।
पर महीनों तक जो नहीं सोता,
वर्षों तक जो गले में गांठ महसूस करता है,
युगों तक जो नहीं भुला पाता,
वह है पिता।
बाकी सबके लिए सब सहज हो जाता है!
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