Tuesday, September 3, 2024

महँगाई

हाय हाय महँगाई 
तूने कैसी आग लगाई 

मम्मी पापा कितने प्यारे थे 
जब तू नहीं थी आई 

आते ही तूने तो 
करवा दी उनकी लड़ाई 

मम्मी ने माँगा था हार 
पर बजट में आई बस एक कढ़ाई

पापा के सब शौक मिट गए 
तूने जब स्कूल की भी फीस बढ़ाई 

मैंने एक नयी ड्रेस मांगी थी 
मम्मी ने तुरंत पुरानी वाली की कर दी सिलाई 

अब नहीं आता पिज्जा घर में 
और नहीं आती अब मिठाई 

पापा कहते हैं 
कैसे लाऊँ बेटा 
इतनी कहाँ है मेरी कमाई
जितनी बढ़ गई है महँगाई 

हाय हाय महँगाई 
तूने कैसी आग लगाई 
मम्मी पापा 
टीचर बच्चे 
सबकी को आ गई है रुलाई 
 

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