न जाने कितनी कहानियाँ लिखनी थी बाकी, न जाने कितनी तस्वीरें रह गयी अधूरी... न जाने कौनसा गाँव बसने से रह गया, न जाने कौनसी तमन्ना न हो सकी पूरी... खैर छोड़ों... कल सैलरी आनी है!!
~ #मानबी
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